योग ने भारत को पहचान दिलाई,
विस्व गुरु भारत की एक ऒर प्रतिभा सभी मानुस के काम आई
विश्व ने माना योग का लोहा ,
योग ने दुनिया का मन मोहा,
अफसर हो या चपरासी,
चाहे कितनी आपाधापी,
उठी प्रेम से सबकी नज़र,
योग ने किया बेहतरीन सफर,
आसन हो या प्राणायाम,
कूदते फांदते करते व्यायाम,
सड़क पे उतरी सरकार,
“स्वस्थ विश्व “सपना होता साकार ,
योग दिया भारत को पहचान,
गौरव बढा मिला सम्मान,
बड़ी उपलब्धि मिली है हमको,
कामना;स्वस्थ शरीर मिले सब को,
अमर रहे ये योग दिवस,
विश्व को उत्तम दे भारत बस,
विरोध ,बखेरा छोछि राजनीति,
न बदले इससे देश की नीति,
नियम योग से चला इन्सान,
फ्री मे पाया सोने कि खान,
बीमारी गायब तनाब मुक्त,
मुस्काहट से चेह्रा (रहे) युक्त,
सिगरेट सी टागैं सूधरी ठीक,
योगसे होते सारे ठीक,
दुनिया का आभार व्यक्त,
सभी बने स्वस्थ सशक्त,
सदियों से भारत की पहचान
विश्व बन्धुत्व हमारी जान,
सब देश कहते हमें धन्यबाद की पात्र,
और हम कहते हे ये तो हे शुरुआत मात्र I